प्राप्ति ....कमेंट्स की!
पीठ खुजाने में दिक्कत है?
आओ! एसा कर लेते है...
मैं खुजलादूं आपकी...
बदले में , मेरी ;
तुम खुजला देना.
एक हाथ से मैंने दी तो,
दूजे से तुम लौटा देना.
कर से, कर [tax] ही की भाँति
अधिक दिया तो वापस [refund] लेना.
-मंसूर अली हाशमी
5 comments:
काश, अगर ये सारे धर्मांध इतनी सी बात समझ पाते !
और आपका समय शुरु होता है अब!
वाह!
खुजा दिया है।
क्या खुब कहा आप ने एक हाथ से दो तो दुजे हाथ लो ।
मंसूर जी,
एक हाथ से मैंने दी तो, दूजे से तुम लौटा देना.
यह चलन फिर भी ठीक है.
वैसे कमेंट्स पर मैं पहले कह चूका हूँ. आप यहाँ पढ़ सकते हैं (यह सिर्फ हास्य के लिए है).
Post a Comment