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Friday, August 9, 2013

पॉलिसी में अपनी तो ग़ज़ब की ही लचक है !


पॉलिसी में अपनी तो ग़ज़ब की ही लचक है !

सड़को पे है गड्डे या कि गड्डों में सड़क है,
ठेकों के सभी काम तो होते बे धड़क है. 

पैमाना-ए-रिश्वत यहाँ तय होता सड़क से,
होगा नमक आटे में कि आटे में नमक है !    

डालर ने बिगाड़ी है दशा रूपये की जबसे,
गुज़री है 'चवन्नी', मंद सिक्को की खनक है. 




बर आयी 'मुरादे' तो 'रज़ा' की दरे 'शिव'* पर,                *[शिवराज सिंह चौहान] 
'Modi'fication, उनका भी हो, जो अब भी कड़क है. 

'दुश्मन' हो कि 'आतंकी', सुरक्षित नहीं Border,
अपनों ही के हाथो हुई इज्ज़त की हतक है.  

--mansoor ali hashmi 

Friday, May 25, 2012

ये नुस्ख़ा ज़रा आज़मा लीजिये !

ये नुस्ख़ा ज़रा आज़मा लीजिये !
दिया कम, ज़्यादा लिया कीजिये,
बचे तो 'स्विस' में जमा कीजिए.

['सुविधा जनक' थी 'स्विस' लेकिन अब-
तो 'मारिशिय्स' में जमा कीजिए.]

'नतीजे' से मतलब नहीं कुछ रहा,
अजी, आप 'फिक्सिंग' किया कीजिए.

नहीं कोई 'अध्यक्ष' मिलता अगर,
'नियम' ही नया फिर बना लीजिये.

बढ़े दाम तेलों के, घबराओ मत,
कभी सायकिल भी चला लीजिये.

जो 'टेबल के नीचे'* ही तय होना है, [* under the table]
घटा दीजिये, कुछ बढ़ा लीजिये.

अगर 'शाह' हो तो ये हंगामा क्यों ?
ज़रा 'रुख़' से पर्दा हटा लीजिये !

मिले 'मुफ्त' में ! रहम करना नहीं,
अजी, 'माल' सारा पचा लीजिये.

है बिजली की किल्लत तो पानी भी कम,
अजी, "धूप" में ही नहा लीजिये.

[है बीमार 'रूपया' सबर कीजिए,
दवा की जगह अब दुआ कीजिए.]
.--mansoor ali hashmi

Thursday, May 10, 2012

खुशियों के और उम्मीदों के गाये तराने सब.


रग-रग की खबर !  यानी 'शब्दों का सफ़र' ,  जी हां!  'शब्दों' का ओपरेशन यही होता है.  प्रस्तुत है आज की पोस्ट पर  प्रतिक्रिया:-

'माँ' की हमारी आँखे भी द्रवित है इन दिनों.


'कोलेस्ट्रल' जमा है 'रगों' में , इसी लिए,
रफ़्तार अपने देश की मद्धम सी हो रही,
'आचार' है 'भ्रष्ट' फिर 'संवेदनहीनता',
मदहोश  रहनुमा है तो जनता भी सो रही,

'नलिनी', 'रेनुकाएं'* भी है प्रदूषित इन दिनों,       {*नदी के अन्य नाम }
'प्रवाह', कोलेस्ट्रल से है, प्रभावित इन दिनों.
अपनी रगों में खून की गर्दिश भी कम हुई,
'माँ' की हमारी आँखे भी द्रवित है इन दिनों.

'आवेग' के लिए है ज़रूरत 'ऋ'षी की अब,
संस्कारों से 'सिंचित' हो, ये धरती ए मेरे रब, 
'बाबाओं' से नजात मिले अब तो देश को, 
खुशियों के और उम्मीदों के गाये तराने सब.

 -मंसूर अली हाश्मी 

Saturday, February 4, 2012

'धोया' किसी ने भी हो 'सुखाया' हमीं ने है !


'धोया' किसी ने भी हो 'सुखाया' हमीं ने है !


गणतंत्र का मज़ाक उड़ाया हमीं ने है,
भ्रष्टो को सर पे अपने बिठाया हमीं ने है.

जो लूट कर चले गए, वो तो थे ग़ैर ही,
फिर उसके बाद; लूट के खाया हमीं ने है.

खेलो में हार-जीत तो होती ही रहती है !
दोनों ही सूरतो में कमाया हमीं ने है !!


"घोटाला करके बच नहीं सकता कोई यहाँ"
इस 'सच' को कईं  बार 'झुठाया' हमीं ने है !

'थप्पड़' भी खाके, दूसरा करते है 'गाल' पेश,
घर जाके 'बादशा'* को मनाया हमीं ने है.        *SRK
Note: {Picture have been used for educational and non profit activies. If any copyright is violated, kindly inform and we will promptly remove the picture.}
--mansoor ali hashmi 

Tuesday, November 8, 2011

B. P. L.



ये किसका इंतज़ार है ?


ग़रीबी रेखा पार करने में जो मददगार है,
उसी  में भ्रष्टाचार है, उसी से भ्रष्टाचार है.

शिकारी भी भ्रष्ट गर शिकार भ्रष्टाचार है. 
वो कह रहे है अब तो ये लड़ाई आर-पार है.

वो चाह इन्किलाब की तो कर रहे मगर यहाँ, 
बने है अनशनो के रास्ते,  तो  त्यौहार है. 

समीकरण है ठीक, बात फिर  भी बन नहीं रही,
यहाँ है चौकड़ी अगर, वहां भी यार चार है.

हरएक टोपी छाप की दवा नहीं है कारगर,
है अन्ना केवल एक, और मरीज़ तो हज़ार है.

Note: {Pictures have been used for educational and non profit activies. 
If any copyright is violated, kindly inform and we will promptly remove the picture.}
--mansoor ali hashmi 

Thursday, August 25, 2011

DIPLOMACY


नए नेता की सूची में तेरा भी नाम है प्यारे !

सियासत जिसको कहते है, इसी का नाम है प्यारे,
कोई 'अन्ना' बना है तो कोई 'गुमनाम' है प्यारे.

बुझे दीपक से नज़रे ही चुराते सबको देखा है,
चमकते 'सूर्य' को करते सभी प्रणाम है प्यारे.

जहां पर चापलूसी, झूठ का ही बोल बाला हो,
शराफत, दोस्ती और वफ़ा नाकाम है प्यारे.

हर एक 'मंसूर' को फांसी चढ़ाने को तुले है वो, 
'गुरुओ' और  'कस्साबो' को तो आराम है प्यारे.



















मोहब्बत दीन है और मोहब्बत ही ख़ुदा ए दोस्त,
जला नफरत के रावण को जो तुझ को 'राम' है प्यारे.

"भ्रष्टाचार मिट जाए" यही है कामना सबकी. 
अभी तो देश में ये ही बड़ा एक काम  है प्यारे . 

Note: {Pictures have been used for educational and non profit activies. 
If any copyright is violated, kindly inform and we will promptly remove the picture.}
--mansoor ali hashmi