9 - 9 - NO!
9--९ सुनते दिन गुजरा था,
No--No सुनते रात गुज़र गई.
खैर यही की खैर से गुजरी,
पंडित जी की जेब भी भर गई.
रस्ता काट न पाई बिल्ली,
हम सहमे तो वह भी डर गई.
काम बहुत से निपटा डाले,
काम के दिन जब छुट्टी पड़ गई.
एक सदी तक जीना होगा,
जिनकी नैना ९ से लड़ गई.
टक्कर मार के भी पछताई,
NAINO आज ये किससे भिढ़ गई.
-नन्नूर ननी नान्मी