सत्यम, शिवम्, सुन्दरम !
हर एक दिशा में भरम.
शासक है मनमोहनम ,
सत्ता बड़ी प्रियत्तम .
'मोदीललित' अद्रश्यम,
लांछित कई 'थोमसम'.
-मंसूर अली हाश्मी
संस्थाए 'क्वात्रोचियम',
'अफ़साने'* सब दफनम. *[जो अंजाम तक न पहुँच सके]
'करमापयी' शरणम,
'माल' भयो गच्छ्म.
'माल' भयो गच्छ्म.
कानून जब बेशरम,
सोच भयी नक्सलम.
झूठम, कुरूप, रावणम,
सत्यम,शिवम् सुन्दरम.
सत्यम,शिवम् सुन्दरम.
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-मंसूर अली हाश्मी