'आत्ममंथन' यानि .......... 'हाशमी उवाच' ! "बक रहा होश मैं हूँ सुन लीजे फिर कहाँ आप, हम कहाँ होंगे ?" ......Shaikh Mansoor ali Hashmi
यथार्थ!!
सही कहा आपने.यहां तो सिर मूंडते मूंडते भी ओले गिरा गई सरकार
सत्य वचन!!
एकदम सही....
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4 comments:
यथार्थ!!
सही कहा आपने.
यहां तो सिर मूंडते मूंडते भी ओले गिरा गई सरकार
सत्य वचन!!
एकदम सही....
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