[आराधना चतुर्वेदी "मुक्ति" - Buzz - Public
शमशाद बेगम और किशोर कुमार का गाया 'नया अंदाज़' फिल्म का एक गीत, जिसे फिल्माया गया है किशोर और मीना कुमारी पर... ये गीत उन गीतों में से एक है, जो उझे बचपन की याद दिलाते हैं.]
BUZZ पर आज किशोर-शमशाद का यह गीत [मेरी नींदों में तुम, मेरे ख़्वाबों में तुम] सुन, उस धुन पर यह बन गया है:-
गाढ़ कर के रखो कितने बरसो ही तुम.
एड फिल्मो में तुम, आई.पी.एलो में तुम,
हम खरीदार है, जो भी बेचोगे तुम.
चढ़ रही है ग़रीबी की रेखा इधर,
माल इस देश का बाहरी बैंको में गुम.
"न किशोरी खनक है न शम्शादी सुर,
मस्त सब हो रहे शीला-मुन्नी पे झूम."
-मंसूर अली हाश्मी
6 comments:
कहते तो कई और भी, अशआर मगर मन्सूर
बेहतर नहीं बेहतरीन हो जमाने में मगर तुम
Sulabh Jaiswal said....
हम खरीदार है, जो भी बेचोगे तुम....
लाजवाब कर दिया आपने. बहुत खूब कही आपने.
--
(यहाँ हमारे नेटवर्क में ब्लॉग ओपन नहीं होता है, कोई तकनीकी रुकावट है)
Regards,
Sulabh Jaiswal
(IT Consultant)
Delhi, IN
+91-9811-146080 (M)
Skype: it.expert
वाह हाशमी साहेब..आपका जबाब नहीं...
विष्णु बैरागी has left a new comment on your post "A Parody":
कहते तो कई और भी, अशआर मगर मन्सूर
बेहतर नहीं बेहतरीन हो जमाने में मगर तुम
sulabh Jaiswal said:
हम खरीदार है, जो भी बेचोगे तुम....
लाजवाब कर दिया आपने. बहुत खूब कही आपने.
--
(यहाँ हमारे नेटवर्क में ब्लॉग ओपन नहीं होता है, कोई तकनीकी रुकावट है)
खूब! बहुत खूब है!
Post a Comment