'आत्ममंथन' यानि .......... 'हाशमी उवाच' ! "बक रहा होश मैं हूँ सुन लीजे फिर कहाँ आप, हम कहाँ होंगे ?" ......Shaikh Mansoor ali Hashmi
सर जी, आपने चार लाइन में पूरी दास्ताँ कह दी है.नूतन वर्ष की हार्दिक शुभकामनाओं सहित- सुलभ जायसवाल सतरंगी
नया वर्ष आपके लिए मंगलमय हो !!
आप ने चंद शब्दो मे बहुत कुछ कह दिया।आपको व आपके परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
वर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाने का संकल्प लें और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।- यही हिंदी चिट्ठाजगत और हिन्दी की सच्ची सेवा है।-नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ!समीर लालउड़न तश्तरी
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सर जी, आपने चार लाइन में पूरी दास्ताँ कह दी है.
नूतन वर्ष की हार्दिक शुभकामनाओं सहित
- सुलभ जायसवाल सतरंगी
नया वर्ष आपके लिए मंगलमय हो !!
आप ने चंद शब्दो मे बहुत कुछ कह दिया।
आपको व आपके परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
वर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाने का संकल्प लें और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।
- यही हिंदी चिट्ठाजगत और हिन्दी की सच्ची सेवा है।-
नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ!
समीर लाल
उड़न तश्तरी
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