Monday, August 25, 2014

'कुर्सी' चौसर की गोट होने लगी !





'कुर्सी' चौसर की गोट होने लगी !

जब 'चढ़ावों' की नोंध* होने लगी !         *संज्ञान 
आस्थाओं पे चोट होने लगी 

बढ़ती रहने में हर्ज ही क्या है ?
'पापुलेशन' जो 'वोट' होने लगी !

बात अब 'सौ टके' की कैसे करे ?
जब असल ही में खोट होने लगी !

जिसने कुर्सी से लग्न करवाया 
वो ही महंगाई सौत होने लगी !

जब से 'गंगा नहा लिए' है वो 
आरज़ूओं की मौत होने लगी !

 अपनी 'हूटिंग' से बौखलाए है 
'भीड़' तब्दीले  'वोट' होने लगी 

संहिता थी कभी 'आचारों' की 
'गांधी-तस्वीर' नोट होने लगी ! 

-- mansoor ali hashmi