चीज़ ये क्या हम से खोती जा रही !
प्रतिष्ठाए गोल होती जा रही.
'थाम-स'कते हो तो थामो साख को,
कैच उट्ठी बोल* होती जा रही. *CVC
मोटी चमड़ी का हुआ इंसान आज,
खाल पर भी 'खोल' होती जा रही.
'विकी' पर अब leak भी होने लगी,
'गुप्त' बाते ढोल होती जा रही.
बंद मुट्ठी लाख की माना मगर,
खुल के अब तो पोल होती जा रही.
चटपटे चैनल पे ख़बरे अटपटी,
'बॉस' का 'बिग' रोल होती जा रही,
--mansoorali hashmi